भारत में क्रिसमस महोत्सव
“हम सब ईश्वर में आनंद मनायें, क्योंकि दुनिया में हमारे मुक्तिदाता का जन्म हुआ है”, कहते हुए काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष पोप लियो 14वें ने ख्रीस्त जयन्ती के आनन्द की घोषणा की। 25 दिसंबर को ख्रीस्तीय विश्वासी प्रभु येसु ख्रीस्त के जन्म दिवस पर क्रिसमस का महापर्व मनाते हैं। भारत के ख्रीस्तीयों ने ख्रीस्त जयन्ती की खुशी को विभिन्न रूपों में लोगों के बीच बांटा। राँची, उत्तराखण्ड और डालटेनगंज में क्रिसमस महोत्सव।
राँची काथलिक महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आईंद ने क्रिसमस की खुशी को मानसिक रूप से अस्वास्थ्य लोगों के साथ मनाया।
क्रिसमस प्रभु येसु के प्रेम, दया एवं शांति का पर्व है। साथ ही क्रिसमस गरीबों, हाशिए पर रहनेवाले लोगों एवं जरूरतमंदों पर ईश्वर की विशेष कृपा एवं दृष्टि का चिन्ह है क्योंकि प्रभु येसु ने तंगहाली एवं गरीब स्थिति में गौशाला में जन्म लेकर गरीबों के साथ सहानुभूति प्रदर्शित किया है। इसी दया एवं सहानुभूति को प्रदर्शित करते हुए महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आईंद ने निर्मल हृदय में मानसिक रोगियों के साथ क्रिसमस मनाया।
संत मदर तेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीस ऑफ चैरिटी धर्मबहनों द्वारा संचालित इस निर्मल हृदय में मानसिक रूप से अस्वास्थ्य, विवाह पूर्व गर्भवती महिलाओं एवं अन्य प्रकार के शारीरिक विकलांगता से ग्रसित महिलाओं का प्रेमपूर्वक देखभाल किया जाता है। इसी निर्मल हृदय में महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आईंद ने क्रिसमस के अवसर पर पवित्र मिस्सा बलिदान अर्पित कर इनके साथ क्रिसमस मनाया। उन्होंने अपने धर्मोपदेश में कहा कि "प्रभु येसु का जन्म हमारे लिए एक चिन्ह है कि ईश्वर हमारे साथ हैं। बहुत सारे लोग अभी भी ईश्वर को नहीं जान पाए हैं इसलिए हम प्रत्येक को दूत बन कर प्रभु का संदेश दूसरों तक पहुंचाना है।" साथ ही उन्होंने देश के कुछेक राज्यों में क्रिसमस मनाने पर प्रतिबंध पर चिंता व्यक्त की एवं उनके लिए ईश्वर से प्रार्थना करने का आह्वान किया। मिस्सा के अंत में महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आईंद ने सभी लोगों में भोजन का वितरण कर क्रिसमस के आनंद में सहभागी हुए।
उत्तराखण्ड में क्रिसमस
उत्तराखण्ड में क्रिसमस को शांति, सद्भावना व प्रेम के पर्व के रूप में मनाया गया।
प्रेमधाम चर्च दमदेवल के फादर बीजु एम. जे. ने फोन पर बतलाया कि 26 दिसम्बर को कालाबड़ स्थित बिशप हाऊस में काथलिक समाज द्वारा क्रिसमस मिलन समारोह का आयोजन किया गया था।
गढ़वाल बिजनौर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष विनसेंट नरई परमबिल्ल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें क्रिसमस की शुभकामनाएँ दी। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रभु येसु का जन्म विश्व में मानवता के कल्याण के लिए हुआ था। क्रिसमस का यह पर्व प्रेम, शांति, सौहार्द आशा व मानवता का पर्व है जो हमें विश्वास के साथ आगे बढ़ने एवं आपसी मेल-मिलाप से रहने की प्रेरणा देता है। प्रभु येसु को हमारे उद्धार के लिए एक इंसान बनकर जन्म लेना और हमारे बीच आना पड़ा। धर्माध्यक्ष परमबिल्ल ने कहा कि हम भी इस दुनिया में मानव सेवा के लिए समर्पित हैं और इसी सेवा के द्वारा देश के निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं।
अतिथियों ने क्रिसमस को शांति, सद्भावना व प्रेम का पर्व बताते हुए काथलिक समाज द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यों की सराहना की।
कार्यक्रम में केक काटकर, प्रार्थना एवं मनमोहक क्रिसमस भजनों द्वारा ख्रीस्त जयन्ती की खुशी मनायी गई।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक ऋतु भूषण खंडूड़ी, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, महापौर शैलेन्द्र सिंह रावत, पूर्व महापौर हेमलता नेगी, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा बीरेंद्र सिंह रावत, खंड शिक्षाधिकारी अमित कुमार चन्द, डा.एएस. सामंत, महानगर अध्यक्ष कांग्रेस संजय मित्तल, ब्रह्मकुमारी सुमन दीदी, हरी सिंह पुंडीर, पार्षद आरती खर्कवाल, फादर जींस, फादर मैथ्यू, फादर बाबू, फादर जॉनी, फादर बीनू फादर सेवस्टीन, फादर जार्ज, फादर जान फ्रांसिस, सिस्टर चैतन्या, सिस्टर मारिया, सिस्टर मर्सिना, सिस्टर संध्या, सिस्टर लिनेट, सिस्टर संगीता, ब्रदर तथा पास्टरगण समेत अनेक अतिथिगण मौजूद रहे।