बेतलेहेम ने दो सालों में पहली बार क्रिसमस मनाया
गज़ा के फिलीस्तीनी साथियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए दो साल तक कोई भी त्योहार नहीं मनाने के बाद, इस साल बेथलहम में चर्च ऑफ द नेटिविटी (येसु के जन्म को समर्पित गिरजाघर) के सामने चरनी प्राँगण में 15 मीटर का क्रिसमस ट्री रोशनी से जगमगा रहा है।
गज़ा पट्टी में संघर्षविराम के बाद वेस्ट बैंक में त्योहार मनाना फिर से शुरू हो रहा है, जबकि लाखों लोग अभी भी अस्थायी टेंट में सर्दी का सामना कर रहे हैं और उन्हें अभी भी बुनियादी मदद की तत्काल जरूरत है।
कार्डिनल पियेरबतिस्ता पित्साबाला ने हाल ही में गज़ा में पवित्र परिवार पल्ली का दौरा किया था। यह उस इलाके का एकमात्र काथलिक पल्ली है, जहाँ उन्होंने काथलिक कलीसिया का सामीप्य और एकजुटता दिखाई थी – उन्होंने येसु के जन्मस्थान में क्रिसमस मनाने की शुरुआत येरूसालेम से बेथलेहम तक पारंपरिक जुलूस निकालकर की।
चरनी प्राँगण में येरूसालेम के लातीनी प्राधिधर्माध्यक्ष कार्डिनल पियेरबतिस्ता पित्साबाला कहा कि वे गज़ा के छोटे ख्रीस्तीय समुदाय से अभिवादन लेकर आयें हैं। उन्होंने कहा कि यह समुदाय पुनः निर्मित होने की गहरी इच्छा से प्रेरित है। कार्डिनल ने रोशनी से भरे क्रिसमस की भी उम्मीद जताई।
बेथलहम में क्रिसमस मनाना कई स्तर पर जरूरी है। एक तरफ, उम्मीद है कि अमरीका समर्थित शांति पहल, जिससे युद्धविराम हुआ, फिलिस्तीनियों को पुनः निर्माण की योजना को आगे बढ़ने का मौका दे सकती है। दूसरी तरफ, इससे यह उम्मीद फिर से जगी है कि बेथलहम के लोग धीरे-धीरे काम पर लौट सकते हैं, क्योंकि 85 प्रतिशत स्थानीय परिवार प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन पर निर्भर करते हैं, जो युद्ध के दौरान रुक गया था।
होटल मालिकों और स्टाफ, धार्मिक चीजें बेचनेवाले दुकानदारों, टैक्सी ड्राइवरों, रेस्टोरेंट मालिकों और टूर गाइडों की रोजी-रोटी पिछले दो सालों में काफी हद तक चली गई है। बेथलहम वेस्ट बैंक के सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक रहा है, जहाँ मजबूत औद्योगिक आधार, महत्वपूर्ण वाणिज्यिक गतिविधि, खेती की क्षमता या बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के कार्यबल की कमी है।
ये मुश्किलें वेस्ट बैंक के बड़े हिस्से पर असर डालनेवाली चुनौतियों से और बढ़ जाती हैं, जिसमें इस्राएल का अपने इलाके और बस्तियों में ज्यादातर मौसमी फिलिस्तीनी मजदूरों के प्रवेश परमिट रद्द करना, साथ ही फिलिस्तीनी अधिकारी कर्मचारियों के वेतन में कटौती करना शामिल है।
इन मुश्किलों के बावजूद, लोग हिम्मत और उम्मीद दिखा रहे हैं। वाटिकन रेडियो के जॉन-चार्ल्स पुट्ज़ोलू से बात करते हुए, बेथलहम के महापौर, माहेर निकोला कनावती ने कहा कि फिर से त्योहार मनाने का अर्थ है लंबे समय की मुश्किलों के बाद उम्मीद जगाना।
मेयर ने कहा, “दो साल की चुप्पी के बाद, हमें लगता है कि हमने क्रिसमस की भावना को फिर से जगा दिया है, क्योंकि बेथलहम के लोगों को उम्मीद की जरूरत थी—एक बेहतर कल की उम्मीद। और हमने ठीक वही किया है।”
उन्होंने बताया कि बेथलहम से प्रेषित संदेश सिर्फ फिलिस्तीनियों के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए है। उन्होंने कहा, “यह संदेश है कि फिलिस्तीनी लोग शांति के लिए तैयार हैं। फिलिस्तीनी लोग जीवन से प्यार करते हैं,” और कहा कि शहर एक बार फिर आगंतुकों का स्वागत करने के लिए तैयार है। “बेथलहम सुरक्षित है, होटल खुले हैं, और हम सभी का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।”
मेयर कनावती ने यह भी बताया कि सभी फिलिस्तीनी, चाहे वे किसी भी धर्म के हों, इस त्योहार में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ ख्रीस्तीयों के लिए नहीं, बल्कि सभी फिलिस्तीनियों के लिए एक दावत जैसा लगता है।” “ख्रीस्तीय, मुस्लिम और समारी हम सभी एक हैं। हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं, हम शांति चाहते हैं, और हम अपने देश में न्याय, शांति और स्थायी शांति के लिए तैयार हैं।”