शांति दिन प्रतिदिन दुर्लभ होती जा रही है। दुनियाभर में छिड़े युद्ध, हिंसा, अपराध और विभिन्न प्रकार की बुराईयाँ शांति को नष्ट कर रही हैं। शांति न केवल विश्व स्तर पर भंग होती बल्कि परिवारों में लापरवाही के कारण भी गायब हो जाती है जब परिवार के सदस्य, आपस में प्रेम, समझदारी, धैर्य, साहस, सुनने और एक दूसरे की मदद करने के विनम्रता के रास्ते पर चलना छोड़ देते हैं।