पोप लियो तेजे से : भरोसे के तीर्थयात्री बनें, शांति और मेल-मिलाप के निर्माता बनें

पोप लियो 14वें ने फ्रांस में तेज़े समुदाय द्वारा आयोजित 48वीं यूरोपीय युवा बैठक में भाग लेने वाले युवाओं को शुभकामनाएं भेजा और लोगों के बीच शांति बनाने तथा अपने मिलने वाले सभी लोगों के साथ विनम्र और खुशी भरी उम्मीद साझा करने के लिए बढ़ावा दिया।

पोप लियो 14वें ने बैठक में भाग लेने वालों को अपनी आध्यात्मिक नज़दीकी का भरोसा दिलाते हुए, 28 दिसंबर 2025 से 1 जनवरी 2026 तक पेरिस और आइल-डी-फ्रांस इलाके में तेजे समुदाय द्वारा आयोजित यूरोपीय यूथ मीटिंग के लिए लिखकर शुभकामनाएं दीं। वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन के ये शब्द, दुनिया भर के दूसरे धार्मिक नेताओं के संदेश में शामिल थे, क्योंकि ताइज़े में हिस्सा लेने वाले लोग “धरती पर भरोसे की तीर्थयात्रा” को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसे ताइज़े के ब्रदर रोजर ने लगभग आधी सदी पहले पेरिस में शुरू किया था।

पोप यह जानकर बहुत खुश हैं कि आप एक ऐसे शहर में एकत्रित हुए हैं जिसकी पहचान एक समृद्ध धार्मिक विरासत से है, जिसे सदियों से पवित्रता के इतने सारे लोगों की चमकदार गवाही ने आकार दिया है, जिन्होंने अपने-अपने तरीके से, ख्रीस्त के बुलावे का साहर के साथ जवाब दिया है।

"आप क्या ढूंढ रहे हैं?”
इस साल तेज़े के प्रायर ब्रदर मैथ्यू के लिखे पत्र का थीम, “आप क्या ढूंढ रहे हैं?”, एक ज़रूरी सवाल से जुड़ा है जो हर इंसान के दिल में रहता है। पोप आपसे कहते हैं कि इस सवाल से डरें नहीं, बल्कि इसे प्रार्थना और शांति से वहन करें, यह यकीन रखते हुए कि ख्रीस्त आपके साथ चलते हैं और जो लोग उन्हें सच्चे दिल से ढूंढते हैं, उन्हें खुद को ढूंढने देते हैं।

इस साल के अंत में, जब हमारे मानव परिवार के लिए बहुत सारी मुश्किलें आई हैं, पेरिस में हर पृष्टभूमि के विश्वासियों और अच्छे लोगों से आपको जो अच्छी मेहमाननवाज़ी मिल रही है, यह दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा संदेश है। इन दिनों आप जो प्रार्थना और बातें साझा करने का पल व्यतीत करेंगे, वो आपके विश्वास को और गहरा करने में मदद करे, तथा यह और भी साफ़ तौर पर समझें कि अपनी असलियत ज़िंदगी में सुसमाचार को कैसे जीना है।

भरोसे के तीर्थयात्री बनें
यह बैठक एक खास मौके पर भी हो रही है, जब कलीसिया जुबली साल के खत्म होने और नाइसिया काउंसिल की 1700वीं सालगिरह मना रही है। जैसा कि पोप लियो 14वें ने हाल ही में इज़निक में एक प्रार्थना सभा में हमें याद दिलाया, “आज मेल-मिलाप एक ऐसी पुकार है जो लड़ाई और हिंसा से परेशान पूरी इंसानियत की तरफ से आ रही है। येसु ख्रीस्त में सभी विश्वासियों के बीच पूरी तरह से एक होने की चाहत हमेशा सभी इंसानों के बीच भाईचारे की तलाश के साथ होती है।” संत पापा लियो आपको भरोसे के तीर्थयात्री, शांति और मेल-मिलाप के कारीगर बनने के लिए बढ़ावा देते हैं, जो आपके आस-पास के लोगों के लिए एक विनम्र और खुशी भरी उम्मीद ला सकें। आपको, साथ ही तेज़े समुदाय और इसके मिशन को कुंवारी मरियम की छत्रछाया में सौंपते हुए, वे पूरे दिल से आपको प्रेरितिक आशीर्वाद देते हैं।