पोप लियो 14वें : यूक्रेन हर दिन आशा की लौ जलाये रखे

पोप लियो 14वें ने कार्डिनल क्रेसेन्सियो सेपे को लिखे पत्र में युद्धग्रस्त यूक्रेन के लिए शांति हेतु प्रार्थना करने का अनुरोध किया है, जो 6 सितंबर को लविव में मेट्रोपॉलिटन सी ऑफ हैलिक के निर्माण की 650वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह में उनका प्रतिनिधित्व करेंगे।

लैटिन में लिखे एक संदेश में पोप लियो ने युद्धग्रस्त यूक्रेन के साथ अपनी हार्दिक एकजुटता व्यक्त की है।

कार्डिनल क्रेसेन्सियो सेपे को लिखे एक पत्र में, जिन्हें उन्होंने 6 सितंबर को लविव में मेट्रोपॉलिटन सी ऑफ हैलिक की स्थापना की 650वीं वर्षगांठ पर आयोजित होनेवाले समारोहों के लिए अपना विशेष दूत नियुक्त किया है, पोप ने अपनी इच्छा व्यक्त की कि नेपल्स के ससम्मान सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष सभी ख्रीस्तीय विश्वासियों और इस कार्यक्रम में भाग लेनेवाले "सभी भले लोगों" के प्रति अपना प्रेम तथा "निकटता" व्यक्त करें।

ऐतिहासिक हैलिक मेट्रोपॉलिटन सी, जो अंततः लैटिन लोगों का लविव महाधर्मप्रांत बन गया, काथलिक कलीसिया के लातीनी रीति का हिस्सा है।

परिवार एवं समाज के अंदर उदारता
यूक्रेन के अत्यन्त कठिन समय में पोप लियो ने विश्वासियों से आग्रह किया है कि वे “परिवार और सार्वजनिक जीवन दोनों में प्रेम की आज्ञा को और भी अधिक सावधानी से सुरक्षित रखें” और “दैनिक जीवन में एक जीवंत ईसाई आशा को पोषित करें” एवं साथ ही ईश्वर से “शांति के उपहार के लिए उत्कट प्रार्थना करें।”

वाटिकन प्रेस कार्यालय के अनुसार, समारोह लविव के धन्य कुँवारी मरियम के स्वर्गोदग्रहण महागिरजाघर में सम्पन्न होगा।

कार्डिनल सेपे के साथ लविव की लातीनी रीति के महाधर्माध्यक्ष के सचिव फादर अंद्रेय लेहोविक और महाधर्मप्रांत के धर्मविधिक कार्यालय के प्रमुख एवं सेमिनरी के प्रोफेसर फादर रोमन ब्रोदा होंगे।