पोप : मानव में ईश्वर से मिलन की बेचैनी है
पोप ने अपने बुधवारीय आमदर्शन समारोह की धर्मशिक्षा माला में मानव में व्याप्त बेचैनी का कारण स्पष्ट किया।
पोप लियो ने अपने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में एकत्रित सभी विश्वासियों और तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए कहा, प्रिय भाइयो एवं बहनों सुप्रभात और सुस्वागतम्।
गतिशीलता मानव जीवन की एक विशेषता है जहाँ हम उसे कुछ करने, कार्य करने को प्रेरित पाते हैं। वर्तमान समय में हम हर क्षेत्र में तीव्रता को पाते हैं जिसका उद्देश्य जीवन के हर क्षेत्र में सफलता की चाह से है। इस संदर्भ में, “येसु का पुनरूत्थान कैसे हमारे अनुभव पर प्रकाश डालता है? जब हम उनकी मृत्यु पर उनके संग विजय में सहभागी होंगे तो क्या हम आराम करेंगे? विश्वास हमें बतलाता है- हाँ, हम विश्राम करेंगे।” हम अपने में क्रियाशील नहीं होंगे, लेकिन हम ईश्वर के निवास स्थल में प्रवेश करेंगे जहाँ शांति और खुशी है। अतः, क्या हमें इसकी प्रतीक्षा करनी चाहिए या हमें अभी इसमें परिवर्तन लाना चाहिए?