क्रिसमस खतरे में: सीबीसीआई ने नफरत की निंदा, ख्रीस्तियों के लिए

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीबीसीआई) ने क्रिसमस के समय में हमारे देश के अलग-अलग राज्यों में ख्रीस्तीयों पर हमलों में खतरनाक बढ़ोतरी पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और इसकी निंदा की है।

सीसीबीआई के वेबसाई में प्रकाशित समाचार के अनुसार धर्माध्यक्षों ने कहा है कि ये लक्षित घटनाएँ, खासकर, शांति से गाये जाने वाले क्रिसमस गीत (कैरोल) और गिरजाघरों में प्रार्थना करने के लिए एकत्रित लोगों के खिलाफ, भारत की धार्मिक आजादी और बिना डरे जीने एवं पूजा करने के अधिकार की संवैधानिक गारंटी को बहुत कमजोर करती हैं।

सीबीसीआई, खासकर मध्य प्रदेश के जबलपुर के वायरल वीडियो से हैरान है, जिसमें एक क्रिसमस प्रोग्राम में शामिल हो रही एक नेत्रहीन महिला के साथ बीजेपी वाइस प्रेसिडेंट अंजू भार्गवा ने सरेआम बदतमीज़ी की और उसे शारीरिक रूप से परेशान किया। साथ ही, एंटीनेशनल ग्रुप्स द्वारा क्रिसमस की पार्टियों में रुकावट डालने की खबरों से भी सीबीसीआई हैरान है।

ऐसे घिनौने और अमानवीय व्यवहार को देखते हुए, धर्माध्यक्ष मांग करते हैं कि अंजू भार्गवा को भारतीय जनता पार्टी से तुरंत निकाल दिया जाए। छत्तीसगढ़ में नफरत भरे डिजिटल पोस्टरों का सर्कुलेशन भी उतना ही परेशान करनेवाला है, जिसमें कथित तौर पर 24 दिसंबर 2025 को ईसाइयों के खिलाफ बंद का आह्वान किया गया है, जिससे तनाव बढ़ सकता है तथा हिंसा और भड़क सकती है।

सीबीसीआई इन नफरत भरे कामों की कड़ी निंदा करता है और राज्य सरकारों और केंद्र सरकार से अपील करता है कि वे नफरत और हिंसा फैलानेवाले सभी लोगों और संगठनों के खिलाफ तुरंत और साफ कार्रवाई करें। सीबीसीआआई केंद्रीय गृहमंत्री, श्री अमित शाह जी से अपील करता है कि वे कानून को सख्ती से लागू करें और ईसाई समुदायों को पहले से सुरक्षा दें, ताकि हमारे प्यारे देश में क्रिसमस का खुशी का त्योहार शांति, सुरक्षा और मेलजोल के माहौल में मनाया जा सके।