दोमिनिकन पुरोहितों से पोप ‘पवित्र आत्मा को ध्यान से सुनें’

पोप लियो 14वें ने डोमिनिकन पुरोहितों को प्रार्थना में अपने सामीप्य का आश्वासन दिया, साथ ही उन्हें पवित्र आत्मा की आवाज के प्रति सचेत रहने और ख्रीस्त के शरीर की सेवा करने हेतु अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने के लिए आमंत्रित किया।

क्राको में अपनी प्रांतीय स्तर पर हो रही महासभा के लिए एकत्रित डोमिनिकन पुरोहितों से पोप लियो ने कहा कि वे उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

दोमनिकन पुरोहितों के प्रमुख फादर जेरार्ड टिमोनर को संबोधित एक पत्र में, संत पापा ने अपनी शुभकामनाएँ दी हैं कि "ये कृपा के दिन नवीनीकरण का अवसर हो, जो उस आशा पर आधारित हो जो कभी निराश नहीं करती और कहा कि प्रभु ने आपको आज की विभिन्न चुनौतियों के बीच सुसमाचार का प्रचार करने के लिए प्रचारकों के रूप में बुलाया है।"

पोप लियो ने लिखा, “मैं प्रार्थना करता हूँ कि आपके विचार-विमर्श आपको पवित्र आत्मा को ध्यान से सुनने का अवसर दे जो विश्वास की पूर्णता में आज भी कलीसिया का संचालन करते हैं।

संत डोमिनिक के करिश्मे और आध्यात्मिकता के प्रति निष्ठावान
पोप लियो ने आशा व्यक्त की कि डोमिनिकन पुरोहित "संत दोमनिक द्वारा चुने गए सुसमाचारी जीवन-पद्धति में मसीह के शरीर की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता" को और मजबूत करेंगे।

उन्होंने लिखा, "भाईचारे और प्रार्थना का आपका साझा अनुभव, डोमिनिकन सदस्यों के रूप में आपको एकजुट करनेवाले एकता के बंधन को मजबूत करे और आपको चिंतनशील प्रचारकों के रूप में अपने आह्वान को और भी पूरी तरह से जीने के लिए प्रेरित करे।"

उन्होंने यह भी विश्वास दिलाया कि वे संत दोमनिक के करिश्मे और आध्यात्मिकता के प्रति निष्ठा रखते हुए "निःसंदेह कलीसिया के हृदय में आपके मिशन को पूरा करते रहेंगे।"

पोप लियो ने अपने पत्र का समापन महासभा को धन्य कुँवारी मरियम की मध्यस्थता को सिपूर्द करते हुए और दोमिनिकन धर्मसंघ के सभी सदस्यों को अपना आशीर्वाद प्रदान करके किया।