लुआंडा में बर्बरता की लहर के बीच अंगोला के धर्माध्यक्षों ने संयम बरतने की अपील की

अंगोला और साओ टोमे (सीईएएसटी) के धर्माध्यक्ष, अंगोला की राजधानी में बर्बरता की लहर पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप पहले ही पांच मौतें हो चुकी हैं और 1,000 से अधिक गिरफ्तारियाँ होई हैं।
अंगोला की राजधानी लुआंडा में हुए प्रदर्शनों में तोड़फोड़, दंगे और व्यावसायिक दुकानों में लूटपाट की घटनाओं में पाँच लोगों की जान चली गई है और 1,200 से ज़्यादा लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।
पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ टैक्सी चालकों की तीन दिवसीय हड़ताल के दौरान दुकानों को लूटा गया और बैंकों व निजी वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया।
ये प्रदर्शन हाल के वर्षों में देश में देखे गए सबसे व्यापक और विध्वंसकारी विरोध प्रदर्शनों में से एक है।
सौरिमो के महाधर्माध्यक्ष और सीईएएसटी के अध्यक्ष, डोम जोस मैनुअल इम्बाम्बा ने कहा कि देश में गरीबी और कठिनाई के बावजूद, तोड़फोड़ और अव्यवस्था से जुड़ी ऐसी कार्रवाइयों की, जो परिवारों की सामाजिक भलाई और सार्वजनिक व निजी संपत्ति, दोनों के लिए खतरा पैदा करती हैं, किसी भी स्तर पर सराहना नहीं की जा सकती। उन्होंने संवाद का आह्वान किया।