हैती के प्रति पोप लियो की सहानुभूति के लिए धर्माध्यक्षों का आभार

हैती का धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने 10 अगस्त, 2025 को देवदूत प्रार्थना के दौरान हैती के संबंध में पोप लियो 14वें के शब्दों के लिए उनका आभार व्यक्त किया। पोर्ट-ऑ-प्रिंस के महाधर्माध्यक्ष मैक्स ने कहा, “हम हैती के लोगों की ओर से, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से हैती की स्थिति के संबंध में और अधिक ठोस कार्रवाई करने की अपील के लिए, पोप का आभार व्यक्त करते हैं।”

पोर्ट-ऑ-प्रिंस के महाधर्माध्यक्ष मैक्स लेरॉय मेसिडोर ने रविवारीय देवदूत प्रार्थना के दौरान हैती के संबंध में पोप लियो 14वें के शब्दों के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह अपील कठिनाई में फंसे लोगों, अन्याय, युद्ध और हिंसा के शिकार लोगों के प्रति संत पापा लियो 14वें की चिंता को व्यक्त करती है। पोप लियो हैती की कलीसिया की आवाज़ को दोहराते हैं, जो लगातार हिंसा को समाप्त करने और परिवारों में दुःख फैलाने वालों और किसी न किसी रूप में उनका समर्थन करने वालों के बीच जागरूकता लाने का आह्वान करती है।”

वास्तव में, हैती की कलीसिया इस बात पर गौर करती है कि हमारे देश में अपराध की अब कोई सीमा नहीं है। केंसकॉफ स्थित संत हेलेन अनाथालय के एक बच्चे सहित आठ लोगों का अपहरण इसका प्रमाण है। यह बर्बर कृत्य उस राज्य और समाज की विफलता के कई संकेतों में से एक है जो जीवन और मानवीय गरिमा के अर्थ को भूल रहा है।

हमें उम्मीद है कि पोप की पुकार हैती के अधिकारियों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा सुनी जाएगी। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने हमारे देश की स्थिति पर बैठकों की संख्या बढ़ा दी है, लेकिन परिणाम बेहद धीमी गति से आ रहे हैं।

बहुराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल का प्रभाव बहुत सीमित है। कर्मियों और रसद संसाधनों की गंभीर कमी है।

पोप की पुकार सबसे पहले हैतीवासियों के दिलों में गूंजनी चाहिए, क्योंकि देश को एक साझा परियोजना के साथ संगठित करना और अहिंसा और न्याय में संवाद को बढ़ावा देना हमारी पहली ज़िम्मेदारी है। संवाद के लिए, एक राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन के लिए, हथियारों को शांत होना होगा। हिंसा का त्याग करना होगा।

महाधर्माध्यक्ष मैक्स ने कहा, “पोप लियो को मेरा हार्दिक धन्यवाद। आइए, हम उनकी प्रार्थनाओं में शामिल हों, कि ईश्वर हैती के लोगों को उन सभी बंधनों से मुक्त होने में मदद करें जो उनके विकास में बाधा डालते हैं, खासकर सशस्त्र समूहों की हिंसा, देशभक्ति की कमी और सत्ता व धन के लिए तुच्छ संघर्षों से। आशा की यह जयंती हैती में ईश्वर के लोगों के विश्वास को और मज़बूत करे। यह जयंती हम हैतीवासियों के लिए अनुग्रह और लाभ का समय लाए,क्योंकि ईश्वर में आशा कभी निराश नहीं करती।”