सान्तवना की जयन्ती के उपलक्ष्य में प्रार्थना जागरण

पोप लियो पवित्र वर्ष के कार्यक्रमों की श्रृंखला में सान्तवना की जयन्ती के अवसर पर 15 सितम्प्राबर को प्रार्थना जागरण का नेतृत्व करेंगे जिसका उद्देश्य कठिनाई में पड़े या गरीबी का सामना कर रहे सभी लोगों के लिए प्रार्थना करना है।

वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में सोमवार, 15 सितम्बर की दोपहर 5 बजे, पोप लियो पवित्र वर्ष के कार्यक्रमों की श्रृंखला में सान्तवना की जयन्ती के अवसर पर प्रार्थना जागरण का नेतृत्व करेंगे जिसका उद्देश्य कठिनाई में पड़े या गरीबी का सामना कर रहे सभी लोगों के लिए प्रार्थना करना है।

शब्द समारोह और साक्ष्य
सन्त मारकुस रचित सुसमचार में निहित भले समारी के दृष्टान्त पर केंद्रित वचन की आराधना के बाद, संयुक्त राज्य अमरीका की डायना फोली तथा नेपल्स की लूसिया माओरो मोंटानिनो अपने-अपने साक्ष्य प्रदान करेंगी। फोली दुनिया भर का दौरा कर रही हैं और विश्वास की शक्ति से पुनर्मिलन और क्षमा की कहानी सुना रही हैं। उनके साथ आलेस्सान्द्रा कोटे भी हैं, जो उस जिहादी समूह की सदस्य हैं जिसने 2014 में सीरिया में उनके बेटे, पत्रकार जेम्स राइट फोली की हत्या कर दी थी। 29 अगस्त को वाटिकन में सन्त पापा ने फोली से मुलाकात की थी। इस अवसर पर उनके साथ लेखक कोलम मैक्कैन भी उपस्थित थे, जिन्होंने जेम्स राईट फोली की हत्या पर एक किताब समर्पित की है।

पीड़ा से पुनर्जन्म तक
दूसरी गवाही नेपल्स की लूसिया दी माओरो मोंटानिनो की होगी, जिनके पति गायतानो एक सुरक्षा गार्ड थे जिन्हें एक डकैती के दौरान मार डाला गया था। लूसिया ने पति की हत्या के दर्द को पुनर्जन्म में बदलने की कोशिश में पति के हत्यारों में से एक अन्तोनियो से मुलाकात की और उसके साथ रहीं। इन महिलाओं की गवाही के बाद, पोप उपस्थित लोगों के समक्ष प्रवचन करेंगे तथा इन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान करेंगे।

पवित्र द्वार तक
प्रार्थना जागरण से पूर्व प्रातः 8:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के पवित्र द्वार की तीर्थयात्रा निर्धारित है। इसमें समस्त विश्व से, विशेष रूप से, इटली, जर्मनी, पोलैंड, स्पेन, संयुक्त राज्य अमरीका, कनाडा, ब्राज़ील, मेक्सिको, कोलंबिया, आर्जेंटीना, पेरू, बोलिविया और ऑस्ट्रेलिया से 8,500 से अधिक तीर्थयात्रियों के भाग लेने की उम्मीद है। इसमें कई लोकोपकारी संघ, संस्थाएं और धार्मिक संगठन शामिल हैं जो ज़रूरतमन्दों की सहायता एवं देखभाल के नेक काम में संलग्न हैं।