भारत, पाकिस्तान और नेपाल में बाढ़ पीड़ितों के लिए पोप लियो की प्रार्थना

कास्तेल गंदोल्फो में रविवार को देवदूत प्रार्थना के अंत में, पोप लियो 14वें ने पाकिस्तान, नेपाल और भारत प्रशासित कश्मीर में अचानक आई बाढ़ में 300 से अधिक लोगों की मौत के बाद पीड़ितों और उनके परिवारों को याद किया।

कास्तेल गंदोल्फो के स्वतंत्रता चौक (पियात्सा देला लिबर्ता) में देवदूत प्रार्थना के बाद, पोप लियो ने भारत, पाकिस्तान और नेपाल में भीषण बाढ़ से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी निकटता व्यक्त की।

पोप ने "पीड़ितों और उनके परिवारों, तथा इस आपदा से पीड़ित सभी लोगों के लिए" प्रार्थना की। दो दिनों की मूसलाधार बारिश और अचानक आई बाढ़ के बाद उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान, भारत प्रशासित कश्मीर और नेपाल में 300 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं।

पाकिस्तान में, अधिकारियों ने बताया है कि बचाव दल ने गुरुवार से बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 3,500 से ज़्यादा पर्यटकों को सुरक्षित निकाला है। नूनेर क्षेत्र के दस से ज़्यादा गाँव बाढ़ से तबाह हो गए, और भूस्खलन और खराब सड़कों के कारण राहत कर्मी समुदायों तक नहीं पहुँच पा रहे हैं।

दुनिया में शांति के लिए अपने निरंतर आह्वान को दोहराते हुए, पोप लियो ने यह भी इच्छा व्यक्त की कि युद्धों को समाप्त करने और शांति को बढ़ावा देने के प्रयास सफल हों और "हर बातचीत में, लोगों के साझा हित को हमेशा प्राथमिकता दी जाए।"

आशा के संकेत
पोप ने कहा कि गर्मियों के महीनों में उन्हें विभिन्न सांस्कृतिक और सुसमाचार प्रचार के पहलों की खबरें मिली हैं, जो कभी-कभी उन जगहों पर आयोजित की जाती हैं जहाँ लोग छुट्टियाँ मनाते हैं। उन्होंने बताया कि यह देखना कितना उत्साहजनक है कि "सुसमाचार के प्रति जुनून सभी उम्र के समूहों और संघों की रचनात्मकता और प्रतिबद्धता को कैसे प्रेरित करता है।"

पोप ने हाल ही में इटली के रिकियोन में आयोजित युवा मिशन का उदाहरण दिया और इस प्रकार के आयोजनों को बढ़ावा देने और उनमें भाग लेनेवाले सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।