अलग-अलग पंथों के 1,000 से ज़्यादा ईसाई 29 नवंबर को नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर इकट्ठा हुए ताकि भारत में अपने समुदाय के सामने आने वाले अलग-अलग मुद्दों पर बात की जा सके।
वरिष्ठ पत्रकार से मानवाधिकार कार्यकर्ता बने जॉन दयाल को 5 मार्च को नागरिक स्वतंत्रता और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए चुने गए तीन लोगों में शामिल किया गया।