कलीसिया में नाज़ियों और स्पानिश गृहयुद्ध के शहीदों में 175 नए धन्य होंगे

पोप ने संत प्रकरण के लिए गठित विभाग को 124 शहीदों के बारे में आज्ञाप्तियाँ जारी करने हेतु अनुमोदन दिया जो विश्वास के प्रति घृणा में मारे गए और 50 द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मारे गए। चार नए ईश सेवकों के वीर गुणों को मान्यता दी।
संत प्रकरण के लिए गठित विभाग के प्रीफेक्ट, कार्डिनल मार्चेलो सेमेरारो के साथ एक बैठक में, पोप लियो 14वें ने निम्नलिखित 124 शहीदों के बारे में आज्ञाप्तियाँ जारी करने हेतु अनुमोदन दिया जो विश्वास के प्रति घृणा में मारे गए और 50 द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मारे गए। पोप ने ह्यूएरकल-ओवरा के पल्ली पुरोहित के चमत्कार को मान्यता दी और चार नए ईश सेवकों के वीर गुणों को मान्यता दी।
पोप ने ईश सेवक मानुअल इज़क्विएर्डो इज़क्विएर्डो, धर्मप्रांतीय पुरोहित और 58 साथियों की शहादत को मान्यता दी, जो जैन धर्मप्रांत (स्पेन) में 1936 और 1938 के बीच, विश्वास के प्रति घृणा के कारण, स्पेन में अलग-अलग स्थानों पर एक ही उत्पीड़न के संदर्भ में मारे गए।
पोप ने ईश सेवक अंतोनियो मोंटेनेस चिकेरो, धर्मप्रांतीय पुरोहित और जैन धर्मप्रांत (स्पेन) के 64 साथियों की शहादत को मान्यता दी, जो 1936 और 1937 के बीच, विश्वास के प्रति घृणा के कारण, स्पेन में अलग-अलग स्थानों पर, एक ही उत्पीड़न के संदर्भ में मारे गए।
पोप ने ईश सेवक रेमंड कैरे, धर्मप्रांतीय पुरोहित, जेरार्ड मार्टिन सेंड्रियर, फ्रायर्स माइनर के धर्मगुरु, रोजर वैली, सेमिनेरियन, जीन मेस्ट्रे लोक धर्मी तथा 46 साथियों की शहादत को मान्यता दी, जो 1944 और 1945 के बीच, विश्वास के प्रति घृणा के कारण, अलग-अलग स्थानों पर, एक ही उत्पीड़न के संदर्भ में मारे गए।
पोप ने ईश सेवक सल्वाडोर वलेरा पारा, धर्मप्रांतीय पुरोहित, प्रधान याजक और ह्यूएरकल-ओवरा के पल्ली पुरोहित के चमत्कार को मान्यता दी, जिनका जन्म 27 फरवरी, 1816 को ह्यूएरकल-ओवरा (स्पेन) में हुआ था और 15 मार्च, 1889 को वहीं उनकी मृत्यु हो गई थी।
पोप ने ईश सेवक राफेल मेनेला, पवित्र हृदय के मिशनरियों के धर्मसंघ के धर्मगुरु के वीर गुणों को मान्यता दी, जिनका जन्म 22 जून, 1877 को तोर्रे देल ग्रेको (इटली) में हुआ था और तथा 15 सितंबर, 1898 को उनकी मृत्यु हुई।
पोप ने ईश सेवक जोआओ लुइज़ पॉज़ोबोन, स्थायी उपयाजक और एक परिवार के पिता के वीर गुणों को मान्यता दी, जिनका जन्म 12 दिसंबर, 1904 को रियो ग्रांडे डो सुल (ब्राजील) राज्य के कैचोइरा जिले में हुआ था और 27 जून, 1985 को सांता मारिया (ब्राजील) में उनकी मृत्यु हो गई।
पोप ने ईश सेविका तेरेसा टैम्बेली (मारिया ओल्गा), संत विंसेंट डी पॉल की चैरिटी की पुत्रियों की धर्मबहन के वीर गुणों को मान्यता दी, जिनका जन्म 17 जनवरी, 1884 को रेवरे (इटली) में हुआ था और 23 फरवरी, 1964 को काग्लियारी (इटली) में उनकी मृत्यु हो गई।
पोप ने ईश सेविका अन्ना फुलजिडा बार्टोलासेलि, के वीर गुणों को मान्यता दी, जो क्रूस के मूक कार्यकर्ताओं के संघ की सदस्य थी, जिनका जन्म 24 फरवरी 1928 को रोका सांता मारिया (इटली) में हुआ था और 27 जुलाई 1993 को फोर्मिजिने (इटली) में उनकी मृत्यु हो गई थी।