सीरिया, दमिश्क के एक गिरजाघर में आत्मघाती हमला

ड्वेला के संत एलियास गिरजाघर में प्रार्थना सभा के बीच एक व्यक्ति ने खुद को उड़ा लिया। इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई और 13 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं, जिनमें नाबालिग भी शामिल हैं।
सीरियाई मीडिया ने बताया कि दमिश्क के संत एलियास गिरजाघर में एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक बेल्ट पहन रखी थी, जिसे उसने गिरजाघर में बैठे विश्वासियों के बीच विस्फोट करके उड़ा दिया। यह घटना तब हुई जब गिरजाघर में प्रार्थना चल रही थी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने ऑनलाइन प्रसारित एक वीडियो में कहा कि हमलावर ने गिरजाघर में प्रवेश किया और वहां मौजूद लोगों पर गोलीबारी शुरू कर दी, उसके बाद उसने विस्फोटक जैकेट से विस्फोट कर दिया।
स्थानीय मीडिया द्वारा जारी फुटेज में चर्च के अंदर तबाही और खून के तालाबों के दृश्य दिखाए गए, साथ ही बचावकर्मियों द्वारा विस्फोट स्थल से लोगों को निकालने की तस्वीरें भी दिखाई गईं। ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई और 13 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। कुछ स्थानीय मीडिया ने बताया कि पीड़ितों में बच्चे भी शामिल हैं।
सीरिया के गृह मंत्रालय ने पुष्टि की है कि ड्वैला के गिरजाघर में हुए आत्मघाती हमले को आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया है। मंत्रालय के मुताबिक, हमलावर पहले गिरजाघर में घुसा और फिर लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी और फिर खुद को उड़ा लिया।
सीरिया के मंत्री का बयान
सीरिया के सूचना मंत्री डॉ. हमजा अल-मुस्तफा ने इस आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हम ड्वैला में स्थित गिरजाघर पर हुए इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।
उन्होंने कहा, "यह कायराना कृत्य हमारी नागरिक एकता और भाईचारे के मूल्यों के खिलाफ है। सीरियाई समाज राष्ट्रीय एकता और नागरिक शांति में विश्वास करता है और सभी समुदायों के बीच भाईचारे को मजबूत करने की आवश्यकता है।"