पोप लियो गज़ा में शांति की अपील में येरूसालेम के प्राधिधर्माध्यक्षों के साथ

पोप लियो 14वें ने गज़ा में युद्ध को समाप्त करने और परिक्षेत्र (एन्क्लेव) में मानवीय सहायता को निर्बाध रूप से प्रवाहित करने के लिए लैटिन और ग्रीक ऑर्थोडॉक्स प्राधिधर्माध्यक्ष की संयुक्त अपील के साथ अपनी आवाज उठाई है।
येरूसालेम के लैटिन और ग्रीक ऑर्थोडॉक्स प्राधिधर्माध्यक्ष ने मंगलवार, 26 अगस्त को गज़ा में शांति के लिए एक संयुक्त अपील जारी की, जिसमें कहा कि "नागरिकों के जानबूझकर और जबरन सामूहिक विस्थापन" को उचित ठहराने का कोई कारण नहीं है।
बुधवार को, पोप लियो 14वें ने भी उनकी आवाज़ में अपनी आवाज मिलाई और शुक्रवार, 22 अगस्त को आयोजित शांति के लिए प्रार्थना और उपवास दिवस को याद किया।
पोप ने कहा, "आज मैं संबंधित पक्षों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, दोनों से एक बार फिर ज़ोरदार अपील करता हूँ कि पवित्र भूमि में संघर्ष को समाप्त किया जाए, जो इतना आतंक, विनाश और मौत का कारण बना है।"
उन्होंने गज़ा में मानवीय सहायता के सुरक्षित प्रवेश एवं नागरिकों की रक्षा का आह्वान किया।
पोप ने कहा, "मैं सभी बंधकों को रिहा करने, स्थायी युद्धविराम लागू करने, मानवीय सहायता की सुरक्षित पहुँच सुनिश्चित करने और मानवीय क़ानूनों का पूरी तरह से पालन करने की अपील करता हूँ—खासकर नागरिकों की सुरक्षा के दायित्व और सामूहिक दंड, अंधाधुंध बल प्रयोग और आम जनता के जबरन विस्थापन पर प्रतिबंध लगाने का।"
पोप ने शांति के लिए प्रार्थना करने हेतु धन्य कुँवारी मरियम का आह्वान करते हुए अपनी अपील समाप्त की।
पोप लियो ने कहा, "आइए, हम शांति की रानी, सांत्वना और आशा की स्रोत, मरियम से प्रार्थना करें। उनकी मध्यस्थता से उस भूमि में मेल-मिलाप और शांति प्राप्त हो जो हम सभी के लिए इतनी प्रिय है।"
शांति के लिए संयुक्त अपील
संयुक्त अपील में येरूसालेम के प्राधिधर्माध्यक्षों ने कहा है कि हिंसा के चक्र समाप्त होनी चाहिए और जनहित को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, "क्षेत्रों और लोगों के जीवन में काफ़ी तबाही हो चुकी है। नागरिकों को बंदी और बंधक बनाकर खौफनाक परिस्थितियों में रखने का कोई औचित्य नहीं है। अब समय आ गया है कि सभी पक्षों के लंबे समय से पीड़ित परिवारों को राहत मिले।"
प्राधिधर्माध्यक्षों ने प्रार्थना की कि हृदयों का परिवर्तन हो, “जिससे कि हम गज़ा एवं समस्त पवित्र भूमि के लिए न्याय और जीवन के रास्ते पर चल सकें।”
लैटिन प्राधिधर्माध्यक्ष कार्डिनल पियेर बतिस्ता पित्साबाला और ग्रीक ऑर्थोडॉक्स प्राधिधर्माध्यक्ष थियोफिलोस तृतीय ने जुलाई के अंत में गजा का एक प्रेरितिक दौरा किया। यह दौरा गज़ा शहर में पवित्र परिवार काथलिक गिरजाघर पर इस्राएली हमले के बाद हुआ था जिसमें तीन लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे।
अपने संयुक्त बयान में, प्राधिधर्माध्यक्ष ने याद दिलाया कि काथलिक पल्ली और संत पोर्फिरियस ऑर्थोडॉक्स गिरजाघर ने 7 अक्टूबर, 2023 को इस्राएल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से सैकड़ों नागरिकों को शरण दी है।
प्राधिधर्माध्यक्षों ने कहा, "हमें ठीक-ठीक नहीं पता कि जमीनी स्तर पर क्या होगा, न केवल हमारे समुदाय के लिए, बल्कि पूरी आबादी के लिए।" "हम केवल वही दोहरा सकते हैं जो हम पहले ही कह चुके हैं: बंदी, फिलिस्तीनियों के विस्थापन या बदला लेने पर आधारित कोई भविष्य नहीं हो सकता।"